December 5th, 2018 | CRIME
बुलंदशहर में सोमवार को हुई हिंसा में मारे गए युवक सुमित के पिता का कहना है कि सोमवार से वो भूखे हैं और अगर प्रशासन और सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो मरने तक भी खाना नहीं खाएंगे। सुमित के पिता का कहना है कि एफआईआर से सुमित का नाम हटना चाहिए और उनकी दूसरी मांगें भी पूरी होनी चाहिएं नहीं तो वो मर जाएंगे लेकिन खाना नहीं खाएंगे।
बुलंदशहर के हालात पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एक आपातकालीन मीटिंग बुलाई। इसके साथ हिंसा में मारे गए सुमित के परिजनों को 10 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई।
इससे पहले सुमित के अंतिम संस्कार के लिए भी परिजन तैयार नहीं थे। दरअसल, परिवार ने सरकार के सामने 4 मांगे रखी थी। तब प्रशासन ने सुमित के परिवार के 5 लाख रुपए के मुआवजे और उसका नाम एफआईआर से हटवाने का वादा किया था। इसके बाद ही परिजनों ने अंतिम संस्कार किया। इससे पहले सुमित के पिता ने मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपए, बड़े बेटे के लिए सरकारी नौकरी और खुद के लिए पेंशन की मांग की थी। उन्होंने मांगे पूरी नहीं होने तक अनशन करने की बात भी कही है।
आपको बता दें कि सोमवार को बुलंदशहर के स्याना में कथित तौर पर गौकशी होने कीखबर के बाद हुई हिंसा के दौरान सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की भी जान चली गई थी। इस मामले में पुलिस 27 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।